नहीं बंधना है
उस बंधन में
जो
बैठी हुई जगह से
हिलने नहीं देता
खड़ी हुई जगह से
चलने नहीं देता
साथियों के संघ
मिलने नहीं देता
मेरे प्यार को
अपना अधिकार
समझता
नहीं बंधना है
नहीं दबना उस
मुठ्ठी में
नहीं तड़पना उस
बंधन में
नहीं बंधना है
नहीं बंधना है
उस बंधन में।
- सरिता
Comments
Post a Comment
For suggestions / doubts / complaints